मानसरोवर नगर निगम जोन पर स्थानीय निवासियों ने दिया सांकेतिक धरना


💥बिगड़ती सफाई व्यवस्था, टूटी सड़क, जाम सीवरेज लाइन, गंदगी से जाम नालियां, अवैध निर्माणों से बदरंग होता मध्यम मार्ग


कॉलोनी में बढ़ते अवैध निर्माण के खिलाफ किया प्रदर्शन, जोन उपायुक्त आभा बेनीवाल के तबादले की मांग

बिंदास बोल @ जयपुर : स्थानीय निवासियों ने सोमवार को सुबह 11:15 बजे नगर निगम मानसरोवर गोखले मार्ग पर सांकेतिक धरना दिया। इस धरने में स्थानीय लोगों के साथ समाज सेवी, कांग्रेसी कार्यकर्ता और युवा नेताओं ने भाग लिया। धरने के दौरान मानसरोवर की बिगड़ती सफाई व्यवस्था, टूटी सड़कें, सड़कों के पेच वर्क में भ्रष्टाचार, जाम सीवरेज लाइनें, गंदगी से चौक नाले, सरकारी जमीन पर अतिक्रमण और कॉलोनियों में बढ़ते अवैध निर्माण के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए धरना दिया। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता रामचरण शर्मा ने यूडीएच मंत्री शांति धारीवाल का ध्यान मानसरोवर की जन समस्याओं को केंद्रित करते हुए वर्तमान मे हमारी सरकार होने पर भी कांग्रेस के कार्यकर्ताओं की समस्याओ को जोन मे अनदेखा किया जा रहा है । उन्होने कहा कि जोन में रहते आभा बेनीवाल स्थानीय निवासियो की समस्या का निराकरण नही कर सकती तो इनको यहां से पद मुक्त किया जाए। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता नीलम गौड़ ने कहा कि मानसरोवर जन समस्याओं का केंद्र बन चुका है। हर पीड़ित व्यक्ति अपनी फरियाद लेकर यहां आता है लेकिन जोन उपायुक्त नहीं मिलती है। गंदगी से गलियां सड़ रही हैं रोड लाइटें बंद पड़ी है और अवैध निर्माण करता बेखौफ हो चुके हैं। मानसरोवर में ऐसे बिगड़े हालात कभी नहीं बने उन्होंने मांग की आभा बेनीवाल को यहां से तुरंत प्रभाव से हटाया जाए। कांग्रेस पार्षद प्रत्याशी समाजसेवी रिंकू अग्रवाल ने कहा कि रजत पथ पर भाजपा पार्षद पीपल के पेड़ को कटवा कर बड़ा बड़ा सारा अवैध निर्माण करा दिया मेरी शिकायत करने के बाद भी कोई कार्यवाही नहीं हुई जब हमारी सुनवाई नहीं हो रही तो जनता की क्या हालत होगी? मानसरोवर सेवादल अध्यक्ष और युवा नेता जयप्रकाश बूलचंदानी ने कहा कि मानसरोवर नगर निगम भ्रष्टाचार का केंद्र बन चुका है। यहां पर ध्यान से अवैध निर्माण कराने पर केंद्रित है। बिना ग्रीन फाइल पास हुए चार से पांच मंजिला अवैध निर्माण, मध्य म मार्ग पर आलीशान बहुमंजिला इमारतें बनती जा रही हैं जन समस्याओं पर ध्यान देने के बजाय मानसरोवर जोन उपायुक्त आभा बेनीवाल और ए ई एन कमल कांत बेरवा सिर्फ हरे-हरे नोट कमाने में लगे हैं ऐसे में मानसून की जनता भ्रष्ट अधिकारियों के मक्कड़ जाल में पिसती जा रही  है। युवा पत्रकार प्रशांत गौड़ ने कहा कि जन समस्याओं को लेकर जोन उपायुक्त आभा बेनीवाल को कई बार चेताया गया लेकिन ना वो फोन उठाती हैं ना कुर्सी पर मिलती हैं एशिया की सबसे बड़ी कॉलोनी को उन्होंने कच्ची बस्ती बना दिया। जहां अवैध निर्माण क्षेत्र की खूबसूरती को बर्बाद कर रहे हैं। सभी ने मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और यूडीएचयूडीएच मंत्री शांति धारीवाल से इस ओर ध्यान देने और भ्रष्ट अधिकारियों को यहां से हटाने की मांग की। एक ज्ञापन भी मंत्री जी को भेजा गया। सभी ने चेतावनी दी कि उनकी मांगों की ओर ध्यान नहीं दिया गया तो वह मानसरोवर नगर निगम के बाहर भूख हड़ताल करेंगे।

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