बिंदास बोल @ कविता
✍बबिता शर्मा
सुन ऐ चीन
तू क्यूँ खुद पर इठलाता है
तेरी नापाक हरकतों से
सारा जग तेरा दुश्मन हो गया।
तुझे रखा था
सर पर बैठा मेरे भारत ने
पर तुझे रहना ना आया
तेरी नीच हरकतों ने तुझको
पैरो तले रुन्द वाया ।।
तेरे बाजार रोशन है
मेरी मेहनत की पूँजी से
समेट ले जो भारत मेरा
अपने हाथ तो घुटने
टेकोगे आगे मेरे भारत के।
अब दे लगाम
तेरी नीच हरकतों पर
अपनी खैर मना ले तू
नही टिकेगा माँ भारती
के शुरों के आगे
अपनी जान बचाले तू ...
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