🏵रविवार को मनायेगे धर्म का उत्तम क्षमा लक्षण
🏵कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर बन्द रहने से घरों में ही होगी पूजा-अर्चना
🏵10 दिन तक ऑनलाइन होँगे प्रवचन व प्रतियोगिताएं
🏵घर घर थाली सजाओ प्रतियोगीता आज
बिंदास बोल @ जयपुर : दिगम्बर जैन धर्मावलंबियों के दशलक्षण महापर्व आज रविवार, 23 अगस्त से शुरू होकर मंगलवार 1 सितम्बर तक चलेगे। इस अवसर पर अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन परिषद् के प्रदेश महामंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' के ने बताया कि रविवार को धर्म का उत्तम क्षमा लक्षण मनायेगे। कोरोना संक्रमण के कारण दर्शनार्थियों के लिए जैन मंदिर बन्द होने से जैन बन्धु अपने घर में ही पूजा-अर्चना करेगें। विनोद जैन 'कोटखावदा' ने बताया कि प्रतिदिन धर्म के एक लक्षण की पूजा-अर्चना होगी । साथ ही जैन संतो व विद्वानों के प्रवचन होगे, जिनका श्रद्धालु ऑनलाइन लाभ उठाएंगे । दशलक्षण महापर्व के दौरान कई श्रद्धालु द्वारा तीन दिन, पांच दिन, 10 दिन के उपवास भी रखेगें। वही राजस्थान जैन युवा महासभा के प्रदेश अध्यक्ष प्रदीप जैन ने बताया कि युवा महासभा के तत्वावधान में ऑनलाइन प्रतियोगिता व सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किये जायेगे
🏵घर घर थाली सजाओ प्रतियोगीता आज
प्रदीप जैन ने बताया कि रविवार को युवा महासभा के सांगानेर सम्भाग के संयोजन में घर घर थाली सजाओ प्रतियोगिता होगी। प्रतियोगिता में शामिल होने वालो को 1 मिनट का ऑनलाइन विडियो संयोजकों को भिजवाना होगा।
💥विनोद जैन के अनुसार 23 अगस्त से ही पुष्पांजलि व्रत चालू होगे जो 27 अगस्त तक चलेगे। इसे फलफान्दन भी कहते हैं।
💥24 अगस्त को धर्म का दूसरा लक्षण उत्तम मार्दव लक्षण मनाया जावेगा। इसी दिन सातवें तीर्थंकर भगवान सुपार्श्व नाथ का गर्भ कल्याणक दिवस मनाया जावेगा ।
💥मंगलवार 25 अगस्त को निर्दोष सप्तमी मनाई जावेगी।
💥गुरुवार 27 अगस्त को सुगंध दशमी मनाई जावेगी।मंदिरों के बन्द रहते इस बार राजस्थान जैन युवा महासभा जयपुर के तत्वावधान में श्रद्धालुओं द्वारा घरों में ही जैन धर्म पर आधारित शिक्षा-प्रद झांकियां सजाई जावेगी। जिसका श्रद्धालुओं द्वारा ऑन लाइन लाभ उठाया जाएगा।
💥शनिवार 29 अगस्त से 1 सितम्बर तक कर्म निर्झर तेला तथा
💥30 अगस्त से 2 सितम्बर तक रत्नत्रय व्रत व तेला किया जावेगा।
💥 मंगलवार 1 सितम्बर को अनन्त चतुर्दशी मनाई जावेगी व दशलक्षण समापन कलश होगे । इसी दिन बारहवें तीर्थंकर भगवान वासुपूज्य का मोक्ष कल्याणक दिवस मनाया जाकर निर्वाण लाडू चढाया जावेगा ।
🏵क्षमा पर्व पड़वा ढोक 3 सितम्बर को
गुरुवार 3 सितम्बर को षोडशकारण समापन कलश व क्षमा पर्व पड़वा ढोक मनाई जावेगी ।आपस में जैन बन्धुओं द्वारा गत वर्ष की गलतियों व त्रुटियों के लिए आपस में क्षमा याचना करेगें। सभी कार्यक्रम सरकार के दिशा-निर्देशो को ध्यान मे रखते हुए आयोजित किये जाएंगे।
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