पुलिस की हाईटेक पीसीआर वैन से बढ़ेगा आमजन मे विश्वास व अपराधियो मे भय


💥अपराध पर लगाम कसने के लिये पुलिस कमिशनरेट जयपुर को मिली करीब 70 हाईटेक पीसीआर वैन की सुविधा 


💥इसमे लगे हाईटेक कैमरे द्वारा 360 डिग्री ऐंगल से घटनास्थल की पूरी रिपोर्ट पहुच जाती है कंट्रोल रुम तक


बिंदास बोल @ जयपुर: पुलिस कमिशनरेट जयपुर आजकल अपराध पर लगाम कसने के लिये नए नए हाईटेक तरीके अपना रहा है। इसी कड़ी मे इन दिनो जयपुर की सडको पर नीले रंग की हाईटेक पीसीआर वैन दौड़ती दिखाई देती है। 100 या 112 नम्बर पर किसी घटना की सूचना मिलते ही एक्टिव हो जाती है और तुरंत घटना स्थल पर पहुच जाती है। क्योकि इसमे लगे मोबाईल डेटा ट्रासफर सिस्टम का सीधा सम्पर्क कंट्रोल रुम से रहता है। इससे दंगे, लूटपाट, पथराव जैसी समस्या को कंट्रोल करने मे आसानी रहती है। एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना ने बिंदास बोल को नीले रंग की हाईटेक पीसीआर वैन की विशेषताओ के बारे मे बताया। साथ ही यह भी जानकारी दी कि घटनास्थल पर पहुच कर किस तरह से ये पीसीआर वैन काम करती है। 


💥हाईटेक पीसीआर वैन की विशेष सुविधाए


एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना ने बताया कि नीली पीसीआर वैन को घटना स्थल पर पहुचने में समय कम लगता है। इसमें 360 डिग्री को कवर करने वाला हाईटेक कैमरा लगा है जो अपराध को कंट्रोल करने के लिए घटनास्थल की पूरी रिपोर्ट को कैमरे में कैद कर लेता है। 


💥वही प्रताप नगर थाना के एसएचओ पुरुषोत्तम ने बताया कि इसमे बैठने की क्षमता सफेद पीसीआर वैन से ज्यादा है। इसमें रेड एंड ब्लू लाइट के साथ सफेद लाइट भी लगी होती है जो अंधेरे में पूरी रोशनी सडको पर फैलाती है। इसके ऊपर रेडियम के शानदार डिफरेंट तरीके के के स्टीकर भी लगे हुए हैं जिससे कि इसको दूर से ही पहचाना जा सकता है यह अंधेरे में भी चमकती है। इसमें जीपीएस सिस्टम लगा हुआ है जिसके द्वारा लोकेशन आसानी से ट्रैक कर सकते हैं, जिसका सीधा सम्पर्क कंट्रोल रूम से रहता है। इसकी सबसे बड़ी खासियत यह है कि इसमें मोबाइल डाटा ट्रांसफर लगा हुआ है जो कि कंट्रोल रूम को सीधा सूचना देता है ।


💥कैसे काम करती है पीसीआर वैन 


एडिशनल डीसीपी सुनीता मीना ने बताया कि इसमें मोबाइल डाटा ट्रांसफर सिस्टम होता है जो पीसीआर वैन में मॉनिटर या कंप्यूटर की तरह काम करता है जो व्यक्ति 100 या 112 पर घटना की सूचना देता है तो वह तुरंत इस पीसीआर वैन के एमडीटी के मॉनीटर या स्क्रीन पर आ जाती है। जिससे यह लोकेशन ट्रेस करके तुरंत घटनास्थल पर पहुंच जाती है और इसमे 360 डिग्री कैमरा होने से पूरी घटना स्थल की रिकॉर्डिंग हो जाती है, घटनास्थल से ही रिपोर्ट कंट्रोल रूम को भेजी जा सकती है। 24 घंटे इस गाड़ी में एक अधिकारी बैठा होता है जो मोबाइल डेटा सिस्टम पर आने वाली हर सूचना पर निगरानी रखता है। और सूचना आते ही मौके के लिए रवाना हो जाता है और मौके पर पहुंच कर तुरंत कार्रवाई करता है। घटना स्थल पर भीड़ इकट्ठी है या पथराव हो रहा है तो पीसीआर का कैमरा ऑन करके पुलिस अधिकारी उन्हें समझाने के लिए उतर सकते। हैं इस कैमरे को डायरेक्ट कंट्रोल रूम से भी ऑपरेट किया जा सकता है। गाड़ी में कोई नहीं बैठा है तो भी चारों तरफ कैमरा घूम कर सारी रिकॉर्डिंग कर लेता है।



💥प्रताप नगर थाने के एसएचओ पुरुषोत्तम ने बताया कि पुलिस के लिए सबसे बड़ी चुनौती हुआ करती थी कि पुलिस तुरंत पर घटनास्थल पर पहुंचे और तुरंत कारवाई हो जाए। वह अब आसान हो गया है अब पुलिस नीली पीसीआर वैन के जरिए तुरंत मौके पर पहुंच जाती है ।अगर कहीं ज्यादा भीड़ है तो कंट्रोल रूम के द्वारा वहां से मौके की स्थिति को देखा जा सकता है साथ ही वहां पर अतिरिक्त जाब्ता को भी भेजा जा सकता है इस प्रकार से मौके की कार्रवाई आसान हो गई है इससे पुलिस को भी सहूलियत है और जनता को भी को भी सहूलियत होती है।


Comments