श्रद्धालुओ ने मोती डूँगरी श्रीगणेश जी का ऑनलाइन दर्शन कर लिया आशीर्वाद


🏵कोरोना संक्रमण के चलते गणेश चतुर्थी पर इस बार श्रद्धालुओं के लिए मंदिर मे प्रवेश रहा निषेध



(फोटो : दिनेश सैनी)


🏵मंदिर परिसर मे रात 12 बजे आने वाली पदयात्रा भी हुई स्थगित


बिंदास बोल @ जयपुर : गुलाबी नगरी मे भाद्रपद शुक्ल पक्ष चतुर्थी पर शनिवार को भगवान श्री गणेश का जन्मोत्सव भक्ति-भाव से मनाया गया। गणेश चतुर्थी के उपलक्ष्य मे मोती डूँगरी गणेश मन्दिर में महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में सुबह 5 बजे मंगला आरती हुई।श्री गणेश को माणक-पन्ना जड़ित सोने का मुकुट, नौलखा हार व गुलाबी पोशाक धारण करवाकर चांदी के सिंहासन पर विराजमान किया गया। पूरे दिन विशेष आरती व पूजा का आयोजन किया गया। महंत कैलाश शर्मा ने बताया कि सुबह 5:00 बजे मंगला आरती, सुबह 11:25 बजे विशेष पूजा, सुबह 11:30 बजे श्रृंगार आरती, दोपहर 02:15 बजे भोग आरती, शाम 7:10 बजे संध्या आरती व रात 10:00 बजे शयन आरती की गई । श्रद्धालुओ ने भगवान श्री गणेश के विशेष श्रृंगार व आरती का ऑनलाइन दर्शन लाभ लिया। कोरोना संक्रमण के कारण श्रद्धालुओं के लिए मंदिर मे प्रवेश निषेध होने से मंदिर परिसर मे श्रद्धालुओ की लंबी-लंबी कतारे नदारत रही। कुछ श्रद्धालुओ ने मंदिर के बाहर सिढ़ियों से ही आराध्य देव को ढोक लगाई, तो कुछ श्रद्धालुओ ने ऑनलाईन दर्शन कर श्री गणेश का आशीर्वाद लिया।सरकारी दिशा निर्देशो को ध्यान मे रखते हुए मंदिर जी परिसर मे सुरक्षा प्रहरी श्रद्धालुओ के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते नज़र आये। वही मोतीडूंगरी गणेश मंदिर में रात12 बजे आने वाली पदयात्रा भी इस बार स्थगित की गई।



🏵शुक्रवार को श्री गणेश को सिन्जारे की मेहंदी की अर्पित


मोती डूंगरी गणेश मंदिर में शुक्रवार को सिंजारा महोत्सव का आयोजन किया गया। मंदिर के महंत कैलाश शर्मा के सान्निध्य में भगवान श्रीगणेश का नौलडी का नौलखा भाव का विशेष श्रृंगार कर सिंजारे की मेहंदी अर्पित की गई । श्री गणेश को मोती, पन्ना, माणक जड़ित स्वर्ण मुकुट धारण करवा कर चांदी के सिंहासन विराजमान किया गया। श्रद्धालुओ ने नौलडी का नौलखा मनोरम श्रृंगार के ओनलाईन दर्शन लाभ लिये। कोरोना संक्रमण के चलते मंदिर जी प्रवेश निषेध होने से सुहागिने सिन्जारे की मेहंदी प्रसाद स्वरूप प्राप्त नही कर पाई । केवल सिन्जारे की झांकी का ऑनलाइन दर्शन कर ठाकुर जी से सुहाग की लम्बी उम्र की कामना की।


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