💥राजस्थान पुलिस ने किया विशेष अभियान ’आवाज’ अपनी बात का आगाज
बिंदास बोल @ जयपुर : प्रदेश में मंगलवार से महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा सुनिष्चित करने, उन्हें अपने अधिकारों एवं कानूनों के प्रति सजग करने तथा लैंगिक समानता की भावना प्रबल करने के साथ ही महिला अपराधों में कमी लाने के उद्देष्य से राजस्थान पुलिस द्वारा विशेष अभियान ’आवाज’ प्रारम्भ किया गया है। अभियान के तहत प्रथम माह मे (13 अक्टूबर से 12 नवंबर तक) महिला अत्याचार व बलात्कार की घटनाओं को रोकने के साथ ही महिलाओं में सुरक्षा सम्बन्धी कानूनी जागरूकता एवं युवाओं को नारी सम्मान के महत्व को समझाने हेतु विशेष प्रयास किये जाएगें। इस मौके पर अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राईट्स एवं एन्टी हयूमन टेफिकिंग डाॅ. रवि प्रकाश मेहरडा ने बताया कि इस अभियान में पुलिस विभाग द्वारा महिला एवं बाल अधिकारिता विभाग, शिक्षा विभाग, ग्रामीण विकास एवं पंचायती राज विभाग, चिकित्सा विभाग एवं सामाजिक कल्याण विभाग समन्वय कर महिला अधिकार एवं सुरक्षा सम्बन्धी जागरूकता एवं प्रचार-प्रसार हेतु समन्वित एवं प्रभावी प्रयास किये जायेगे। इसके लिए पोस्टर, बैनर, प्रचार सामग्री प्रत्येक आंगनबाड़ी केन्द्र, पंचायत भवन, विद्यालय, चिकित्सा संस्थानों, बस स्टेण्ड, मुख्य मार्ग, पुलिस थाना पर लगाया जाना सुनिश्चित किया जाएगा। डाॅ. मेहरडा ने बताया कि अभियान के दौरान पुलिस कार्मिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका, आशा सहयोगिनी, साथिन, एएनएम व हैल्पलाईन नम्बर बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए आपस में आदान-प्रदान करेंगे और आम जनता को भी सूचित करेंगे। जिला कन्ट्रोल रूम एवं गरिमा हेल्पलाईन नंबर का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार एवं थाना स्तरीय महिला एवं बाल डेस्क के सम्बन्ध में अधिकाधिक जागरूक की जायेगी।
💥"अपनी बात" का कार्यक्रम का होगा आयोजन
अतिरिक्त महानिदेशक ने बताया कि सम्बन्धित पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर से समन्वय स्थापित कर प्रत्येक पंचायत स्तर पर महिला अत्याचार व बलात्कार सम्बन्धी कानून के विषय मे जागरूकता एवं इनके दुष्परिणामों बाबत् आमजन को अवगत करवाने हेतु बैठक ’अपनी बात’ का आयोजन करेंगे। पुलिस अधीक्षक अपने दौरों के समय इन बैठकों में आवष्यक रूप से भाग लेंगे। पुलिस अधीक्षक अपने-अपने जिले में बनाए गए पुलिस मित्रों, सूचीबद्ध ग्राम रक्षकों एवं सीएलजी सदस्यों के सक्रिय सहयोग से बालिकाओं व महिलाओं को महिला अपराध सम्बन्धी कानूनी जानकारी एवं बालकों व युवाओं में महिला सुरक्षा एवं सम्मान बाबत् जागरूकता हेतु प्रयास करेंगे।
जिलों में पदस्थापित अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप अधीक्षक स्तर के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्राधिकार में माह में कम से कम चार बार महिला सुरक्षा सम्बन्धी थाना स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय ’अपनी बात’ कार्यक्रमों में भाग लेकर आमजन को जागरूक करेंगे। समस्त थानाधिकारी मय बीट कानि0 विभिन्न राजकीय कर्मचारी जैसे जिला बाल अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, एएनएम इत्यादि तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से 15 से 30 वर्ष तक के युवाओं को अधिकाधिक संख्या में शामिल करते हुए जागरूकता हेतु थाना स्तर पर ’अपनी बात’ कार्यक्रमों में आमजन को महिला अत्याचार सम्बन्धी कानून एवं महिला सुरक्षा एवं सम्मान बाबत् आवष्यक जानकारी देंगे।
डाॅ. मेहरडा ने बताया कि पुलिस द्वारा राजिवीका कार्यक्रम के तहत् संचालित स्वयं सहायता समूह, स्किल डवलपमेन्ट प्राॅग्राम, नेहरू युवा केन्द्र, स्काउट गाईड तथा गैर सरकारी संस्थाओं के माध्यम से महिला सुरक्षा सम्बन्धी कानूनी प्रावधानों का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार सुनिष्चित करेंगे।
अभियान के दौरान महिला अपराध, दुष्परिणाम एवं कानून सम्बन्धी जानकारी हेतु जिला स्थानीय स्तर पर नुक्कड़ नाटक, कठपुतली कार्यक्रम इत्यादि का आयोजन किये जायेगे। ’ऑपरेशन आवाज’ के तहत पुलिस अधीक्षक अपने स्तर पर स्थानीय परिदृष्य के अनुरूप महिलाओं की सुरक्षा सम्बन्धी नवाचार प्रारम्भ कर सकते हैं। अतिरिक्त महानिदेशक ने बताया कि अभियान के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का आवश्यक रूप से पालना किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है।
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