राजस्थान पुलिस द्वारा "आवाज एक आगाज’’ अभियान की हुई ऑनलाइन शुरूआत

💥अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राईट्स एवं एन्टी हयूमन टेफिकिंग के निर्देशन मे शुरू हुआ ऑनलाइन अभियान


बिंदास बोल @ जयपुर : प्रदेश में महिलाओं व बालिकाओं की सुरक्षा सुनिष्चित करने, उन्हें अपने अधिकारों एवं कानूनों के प्रति सजग करने तथा लैंगिक समानता की भावना प्रबल करने के साथ ही महिला अपराधों में कमी लाने के उद्देष्य से राजस्थान पुलिस द्वारा विशेष अभियान ’आवाज’ संचालित किया जा रहा है। 


अतिरिक्त महानिदेशक पुलिस सिविल राईट्स एवं एन्टी हयूमन टेफिकिंग डाॅ. रवि प्रकाश मेहरडा ने शुक्रवार को पुलिस मुुख्यालय से इस अभियान की ऑननलाइन शुरूआत की। उन्होंने बतया कि पुलिस मुख्यालय से शिक्षण संस्थानों को महिला अत्याचार प्रावधानों के बारे में ऑनलाइन जानकारी उपलब्ध करायी जायेगी। युवाओं को अपराध व अपराधियों से बचने व अपराध के परिणामों से अवगत कराने के साथ ही विभिन्न कानून पोक्सो एक्ट, साइबर एक्ट, रैगिंग एक्ट, जे जे एक्ट आदि की जानकारी दी गयी।


मुख्य वक्ता अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक सीमा हिंगोनिया ने युवाओं को आवश्यक कानूनी जानकारियां दी। 


डाॅ. मेहरडा ने बताया कि अभियान के दौरान पुलिस कार्मिक, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता व सहायिका, आशा सहयोगिनी, साथिन, एएनएम व हैल्पलाईन नम्बर बेहतर समन्वय स्थापित करने के लिए आपस में आदान-प्रदान करेंगे एवं आम जनता को भी सूचित कर रहे है। जिला कन्ट्रोल रूम एवं गरिमा हेल्पलाईन नंबर का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार एवं थाना स्तरीय महिला एवं बाल डेस्क के सम्बन्ध में अधिकाधिक जागरूक की किया जा रहा है।


’अपनी बात’ का आयोजन


अतिरिक्त महानिदेशक ने बताया कि अभियान के दौरान सम्बन्धित पुलिस अधीक्षक जिला कलेक्टर से समन्वय स्थापित कर प्रत्येक पंचायत स्तर पर महिला अत्याचार व बलात्कार सम्बन्धी कानून के विषय मे जागरूकता एवं इनके दुष्परिणामों बाबत् आमजन को अवगत करवाने हेतु बैठक ’अपनी बात’ का आयोजन करेंगे। जिलों में पदस्थापित पुलिस अधीक्षक, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक, उप अधीक्षक स्तर के अधिकारी अपने-अपने क्षेत्राधिकार में माह में कम से कम चार बार महिला सुरक्षा सम्बन्धी थाना स्तरीय एवं पंचायत स्तरीय ’अपनी बात’ कार्यक्रमों में भाग लेकर आमजन को जागरूक करेंगे। समस्त थानाधिकारी मय बीट कानि0 विभिन्न राजकीय कर्मचारी जैसे जिला बाल अधिकारी, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता, आशा सहयोगिनी, एएनएम तथा स्वयंसेवी संस्थाओं के सहयोग से 15 से 30 वर्ष तक के युवाओं को अधिकाधिक संख्या में शामिल करते हुए जागरूकता हेतु थाना स्तर पर ’अपनी बात’ कार्यक्रमों में आमजन को महिला अत्याचार सम्बन्धी कानून एवं महिला सुरक्षा एवं सम्मान बाबत् आवष्यक जानकारी देंगे।


डाॅ. मेहरडा ने बताया कि पुलिस द्वारा राजिवीका कार्यक्रम के तहत् संचालित स्वयं सहायता समूह, स्किल डवलपमेन्ट प्राॅग्राम, नेहरू युवा केन्द्र, स्काउट गाईड तथा गैर सरकारी संस्थाओं इत्यादि के माध्यम से महिला सुरक्षा सम्बन्धी कानूनी प्रावधानों का अधिकाधिक प्रचार-प्रसार सुनिष्चित करेंगे। अभियान के दौरान महिला अपराध, दुष्परिणाम एवं कानून सम्बन्धी जानकारी हेतु जिला स्थानीय स्तर पर नुक्कड़ नाटक, कठपुतली कार्यक्रम का आयोजन किये जायेगे। अतिरिक्त महानिदेशक ने बताया कि अभियान के दौरान कोविड-19 के प्रोटोकाॅल का आवश्यक रूप से पालना किया जाना सुनिश्चित करने के निर्देश दिये गये है।


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