💥प. प्रवीण आर्य ने दो वर्ष बाद दी नेटथियेट पर प्रस्तुति
बिंदास बोल @ जयपुर : नेटथियेट के कार्यक्रमों की श्रंखला में शनिवार को विख्यात पखावज वादक प0 प्रवीण आर्य ने अपने पुत्र और शार्गिद ऐश्वर्य आर्य के साथ पखावज की प्राचीन तकनीक को बखूबी उजागर कर दर्शकों से भरपूर प्रशंसा पाई। नेट-थियेट के राजेन्द्र शर्मा राजू ने बताया कि आज की संध्या कला मर्मज्ञ स्वर्गीय कौशल भार्गव को समर्पित कार्यक्रम में कलाकारों ने तीन ताल को अपने वादन का माध्यम चुना साथ ही प0 प्रवीण ने उठान के बाद पखावजी अंग को साकार करते हुए कुदऊ सिंह घराने की पारम्परिक लमछड परणों की सधी हुई प्रस्तुति से कार्यक्रम को परवान चढाया। उन्होंने प्रस्तुति का आगाज गणेश परण से किया। प्रवीण ने लय की सभी जातियों तिश्र, मिश्र, खण्ड और चतुश्र जाति की उपज को बखूबी जीवंत कर लय की सुनहरी कायनात रची। प0 प्रवीण के वादन में नाना पानसे घराने की धूमकिट के अलहदा रंग भी देखने को मिले। नाथद्वारा घराने की धिनक की उपज भी बेहद प्रभावशाली रही। कमाली चक्करदार के बाद तिपल्ली और गोपुच्छा यति पर आनलाइन दाद पाई। इनके साथ जाने माने संगीतज्ञ प0 मुन्ना लाल भाट ने हारमोनियम पर नगमें की असरदार संगत कर संगीतमय शाम को सुरमई बना दिया।
पंडित प्रवीण आर्य की लंबे अंतराल की इस प्रस्तुति पर प्रसिद्ध गजल गायक मो. वकील, वरिष्ठ पत्रकार इकबाल खान, राहुल गौतम, सुधांषु पांडे एवं नवल डांगी ने माल्यार्पण कर अभिनंदन किया। कार्यक्रम का संचालन गुरमिन्दर सिंह पुरी रोमी ने किया। मंच सज्जा डा. मुकेश कुमार सैनी, कार्यक्रम संयोजन घृति शर्मा, जितेन्द्र शर्मा, अंकित शर्मा नोनू, प्रकाश मनोज स्वामी, अंकित जांगिड़, संगीत संयोजन विष्णु कुमार जांगिड, सौरभ कुमावत का रहा।
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