लहरिया उत्सव व सम्मान समारोह बेखौफ़ उडाने जा रहे सरकारी गाईडलाइन की धज्जिया

💥सामाजिकसांस्कृतिक, धार्मिक, मनोरंजक समारोह, मेलो व जुलुस पर रोक के वावजूद धड़ल्ले से होने जा रहे है  धार्मिक समारोह व लहरिया उत्सव


बिंदास बोल @ जयपुर : गृह विभाग की ओर से जारी त्रिस्तरीय जन-अनुशासन 4.0 के अनुसार 11 जुलाई से प्रदेश मे विवाह समारोह को कुछ शर्तो के साथ परमिशन लेकर आयोजित करने अनुमति है । लेकिन अगस्त या सितम्बर मे कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के कहर से बचने के लिये शैक्षणिक, सांस्कृतिक, मनोरंजक, धार्मिक कार्यक्रमो, कावड़ यात्राओ, चतुर्मास आयोजनो, तीज की सवारी, जुलुस, मेले, हाट बाजार व त्योहार के आयोजन करने पर रोक लगा रखी है। 

इसके वावजूद जयपुर शहर मे सरकारी दिशा निर्देशो की धज्जिया उडाते 25 जुलाई से 10 अगस्त तक करीब 60 धार्मिक समारोह, लहरिया उत्सव, सम्मान समारोह, म्यूजिक प्रोग्राम होने जा रहे है। सरकारी दिशा-निर्देशो को मुँह चिढ़ाते बिना परमिशन के होने वाले इन कार्यक्रमो के फ्लायर सोशल मिडिया पर इठलाते नज़र आ रहे है।

जानिए पीसीसी प्रवक्ता व पूर्व महापौर ज्योति खंडेलवाल व पुलिस उपायुक्त मैट्रो ऋचा तोमर से कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर के कहर से बचाव के लिये महिलाओ को कैसे करे जागरूक link click किजीये 👇

पिछ्ली बार बिना मास्क वाले सामूहिक गणगौर व बिना मास्क वाले पेड सम्मान समारोह मे एकत्र भीड, चुनावी रैली कोरोना संक्रमण को फैलाने मे सहायक रही जिसके चलते जयपुर निवासियो  को अप्रेल, मई व जून मे कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर के कहर का सामना करना पड़ा आक्सीजन की किल्लत, अस्पताल मे बैड की किल्लत के चलते जयपुर मे त्राहि त्राहि मच गई। जहां हर दिन मौत की खबर से सोशल मिडिया अवसाद मे डुबा नज़र आता था। उन बुरे दिनो के नुकसान के घाव अभी भरे भी नही, मौत के तान्डव से बिखरे घर अभी सम्मभले भी नही कि जुलाई से फिर शुरू होने लगा बिना परमिशन के सरकारी दिशा निर्देश की अवहेलना करने वाले सामुहिक लहरिया उत्सव, सम्मान समारोह , रैलिया व म्यूजिकल कार्यक्रम। पिछ्ली बार लोगो की लापरवाही का खामियाजा पूरे जयपुर ने भुगता। लेकिन इस बार दूसरो की लापरवाही का खामियाजा आम जनता क्यो भुगते।
जयपुर मे बिना परमिशन के धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम व लहरिया उत्सव के आयोजन होने की तैयारिया है फिर क्यो निगम प्रशासन संस्थाओ व कार्यक्रम स्थल पर कार्यवाही कर रहा है । क्यो पुलिस प्रसाशन मौन बैठा सब देख रहा है। क्या पुलिस व निगम प्रशासन को इन आयोजनो की जानकारी नही है। स्वतंत्र कलम का राग अलापने वाले मिडिया की कलम ने चुप्पी क्यो साध रखी है।
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क्या सरकारी गाईडलाइन तोडने पर आम जनता के चालान काटे जाते है। फर्जी एनजीओ व पेड सम्मान समारोह वालो को छूट है क्या। सरकार, निगम व पुलिस प्रसाशन सरकारी दिशा निर्देशो की धज्जिया उड़ाने वाले ऐसे आयोजन पर मौन क्यो बैठी है। इन पर कार्यवाही क्यो नही कर रही है। क्या केवल दुकानदारो, स्कूल व कॉलेज या कोचिग संस्थानो को ही सरकारी दिशा निर्देश का पालन करना है । इन महिलाओ को दिशा निर्देश की पालना ना करने की छूट है क्या। क्या इन सभी महिलाओ व उनके परिवार के सभी सदस्यो ने कोविड वेक्सीन की दोनो डोज लगवा रखी है। किसकी परमिशन से ऐसे कार्यक्रम आयोजित किये जा रहे है। ये बडा जांच का विषय है। 

अप्रेल मई जून मे कितने घर कोरोना संक्रमण महामारी के कारण बिखर गए। अभी तक उनके आंसू भी नही सूखे कि कोरोना संक्रमण की तीसरी लहर की सम्भावना की चेतावनी प्रशासन द्वारा दी जा रही है । अगली लहर मे कोरोना संक्रमण से बचाव की जिम्मेदारी सबको निभानी है और मास्क का प्रयोग करते हुए सरकारी दिशा निर्देशो की पालना भी करनी है। सरकार, निगम व पुलिस प्रसाशन को सरकारी गाईड लाईन की धज्जिया उड़ाने वाले ऐसे आयोजन की जांच कर उचित कार्यवाही करनी चाहीए, साथ ही महिलाओ को स्वास्थ्य की रक्षा के लिये सरकारी दिशा निर्देशो को पालन करने के लिये जागरूक भी करना चाहीए।




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