महिलाओं एवं बालिकाओं का अंतरंग वीडियो बनाने वाले सिरफिरे के विरुद्ध मुकदमा दर्ज

ऑपरेशन सेफर व्हीलस के तहत सादा वर्दी में निगरानी के दौरान निर्भया स्क्वाड ने की सख्त कारवाही 

बिंदास बोल @ जयपुर : अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीणा ने बताया कि पुलिस कमिशनरेट की निर्भया स्क्वाड टीम ने महिला सुरक्षा के लिए सख्त कदम उठाते हुए आरोपी सुरेश कुमार यादव उम्र 34 साल निवासी गोपालपुरा श्रीमाधोपुर जिला सीकर के खिलाफ आमेर थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। इस प्रकार का यह पहला मामला निर्भया स्क्वाड की सतर्कता से पुलिस के सामने आया है। निर्भया की नोडल अधिकारी ने बताया कि अतिरिक्त पुलिस आयुक्त राहुल प्रकाश के निर्देशानुसार सभी पर्यटक स्थलों पर सादा वर्दी में निर्भया स्क्वाड की महिला पुलिस कर्मियों को निगरानी में लगाया गया था। इसी क्रम में आमेर फोर्ट पर महिला पर्यटको की सुरक्षा के लिये असामाजिक तत्वों पर निगरानी हेतु सादा वर्दी में निर्भया स्क्वाड की महिला पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया था। निगरानी के दौरान निर्भया कॉन्स्टेबल प्रेमलता ने देखा की एक लड़का महिलाओं का पीछा  कर रहा है तथा बार-बार जूते की लेस बांधने का बहाना करके नीचे बैठ के महिला के पैरों के पास अपना मोबाइल चालू हालत में रख रहा है। इस पर तुरंत निर्भया पुलिसकर्मी एक्शन में आई।  लड़के को पकड़ा और उसका मोबाइल देखा तो उसमें हवा में उड़ती हुई फ्रॉक के नीचे  लड़की के पैरों के  पास मोबाइल रखकर वीडियो क्लिप बनाए हुए थे लड़की को इस बात की जानकारी भी नहीं थी। निर्भया स्क्वाड ने जब महिला को इस बात की जानकारी दी तो   वो घबरा गई व सहमी हुई बोली मै कभी सोच नहीं सकती थी कि कोई इस प्रकार से मेरा गलत वीडियो बना सकता है । उसने निर्भया से आरोपित व्यक्ति के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई करने की अपील की। महिला के कहने पर निर्भया कर्मी आरोपी को आमेर थाने ले गई तथा थाना अधिकारी को पूरी घटना से अवगत कराया। आरोपी के मोबाइल में कई लड़कियों की इस प्रकार का करीब 200 वीडियो थे। आरोपी कई महीनों से ऐसा वीडियो बना रहा था। उसे तुरंत गिरफ्तार किया गया तथा निर्भया स्क्वाड की महिला कर्मी प्रेमलता ने धारा 354  509 आईपीसी  66 आईटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज करवाया। इस प्रकार निर्भया पुलिस कर्मी ने असामाजिक तत्व को सबक सिखाया निर्भया स्क्वाड के द्वारा स्वयं आगे आकर मुकदमा दर्ज कराना प्रशंसनीय कार्य है तथा अपराधियों में भय तथा आम जन में पुलिस के प्रति विश्वास पैदा करने वाला है।


डीसीपी मेट्रो रिचा तोमर ने कहा कि  सभी महिलाओं लड़कियों को सलाह दी है कि हमें सचेत रहना होगा कि कोई हमारा पीछा तो नहीं कर रहा तथा कोई इस प्रकार से हमारे अंतरंग कपड़ों का वीडियो या फोटो तो नहीं बना रहा।


अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीणा ने अपील की कि अगर किसी भी महिला के साथ आप ऐसा होता देखें तो हमारी हेल्पलाइन नंबर 100, 112, 1090 व 8764868200 व्हाट्सएप हेल्पलाइन पर सूचित करें।  महिलाओं की सुरक्षा करना हम सबकी सामूहिक जिम्मेदारी है।

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