गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण के सानिध्य में अखिल भारतवर्षीय शास्त्री परिषद् का प्रशिक्षण शिविर का बहुरंगीय पोस्टर विमोचन

बिंदास बोल @ जयपुर : मंजिल वो है जहां पहुचने के बाद वापस न आया जाये। जिसमें लगन होती है, वह सब कुछ सीख सकता है। लेखन बहुत बडी साधना है। ये उदगार गणिनी आर्यिका स्वस्ति भूषण माताजी ने शनिवार को भट्टारक जी की नसिया के जैन भवन में आयोजित धर्म सभा में व्यक्त किए। धर्म सभा में भगवान मुनिसुव्रतनाथ के चित्र का अनावरण एवं दीप प्रज्जवलन समाजश्रेष्ठी हेमन्त सोगानी, कमल बाबू जैन, शिखर चन्द कासलीवाल, कुशल ठोलिया, सुनील बख्शी, पी के जैन, विनोद जैन 'कोटखावदा' ने किया। इस मौके पर माताजी ससंघ के सानिध्य में रविवार, 22 मई से शनिवार, 27 मई तक भट्टारक जी की नसिया में होने वाले अखिल भारतीय शास्त्री परिषद के शिक्षण-प्रशिक्षण शिविर के पोस्टर का विमोचन किया गया। इस मौके पर कमल बाबू जैन, हेमन्त सोगानी, विनोद जैन 'कोटखावदा', कुशल ठोलिया, सुनील बख्शी, माणक ठोलिया, रमेश ठोलिया, भारतभूषण जैन, दीपक बिलाला, पदम बिलाला, राजीव जैन लाखना, बाबू लाल गोधा, पुष्पा सोगानी, आशा बज आदि उपस्थित थे। इस मौके पर क्षुल्लिका अर्हतमति माताजी, अभादिजैन शास्त्री परिषद् के महामंत्री ब्रह.जय कुमार जैन 'निशान्त', पं. विनोद कुमार रजवांस एवं ब्रह. मनीष भैय्या ने भी उदबोधन दिया। अध्यक्ष शिखर चन्द कासलीवाल एवं महामंत्री विनोद जैन 'कोटखावदा' ने बताया कि शिक्षण प्रशिक्षण शिविर का रविवार को शुभारम्भ होगा। प्रातः 6.00 बजे से अभिषेक, शांतिधारा के बाद पूजा विधान के बाद समाजश्रेष्ठी भाग चन्द - रुप कवर, आशीष - टीना कोठ्यारी द्वारा ध्वजारोहण किया जावेगा। तत्पश्चात इन्द्रलोक सभागार में मंगलाचरण के बाद समाजश्रेष्ठी कुशल - मधु ठोलिया द्वारा चित्र अनावरण व  दीप प्रज्जवलन किया जाएगा। शिरोमणि संरक्षक माणक ठोलिया रमेश ठोलिया के मुताबिक शिविर में  जैन दर्शन, अध्यात्म एवं जैन आगम के विभिन्न आयामों का प्रशिक्षण दिया जाएगा। 

मुख्य समन्वयक कमल बाबू जैन एवं मुख्य संयोजक प्रदीप जैन के अनुसार शिविर के लिए हेमन्त सोगानी, सुभाष चन्द जैन, अशोक जैन नेता, कुशल ठोलिया एवं सुनील बख्शी को मुख्य संयोजक बनाया गया है। शिविर में सायकांल 7.00 बजे से रात्रि 9.30 बजे तक महिला एवं पुरुषों के लिए विशेष कक्षा लगाई जावेगी जिसमें छह ढाला के छठवें अध्याय की जानकारी दी जावेगी। शिविर का शुक्रवार, 27 मई को समापन होगा जिसमें अभादिजैन शास्त्री परिषद् का वार्षिक खुला अधिवेशन, विद्वानों का सम्मान, पुरस्कार वितरण के बाद समापन होगा। इस मौके पर आचार्य ज्ञान सागर जी महाराज का आचार्य पदारोहण दिवस मनाया जावेगा।

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