राज्यपाल कलराज मिश्र ने किया अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना को सम्मानित

बिंदास बोल @ जयपुर : द ग्लोबल इंडिया बिजनेस फर्म की ओर से द होटल होलीडे इन में आयोजित कार्यक्रम के दौरान राजस्थान के राज्यपाल महामहिम कलराज मिश्र ने महिला सशक्तिकरण एवं उन्हे आत्मनिर्भर बनाने के लिए निर्भया स्क्वाड की नोडल अधिकारी व अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना को नेशनल बिजनेस एक्सीलेंसी अवार्ड 2022 से सम्मानित किया।


इस मौके पर क्यूबा नाइजीरिया त्रिनिदाद और टोबैगो गणराज्य कोस्टारिका जमैका सहित 7 देशों के  राजदूतों ने भी निर्भया की नोडल अधिकारी सुनीता मीना व उनकी निर्भया स्क्वाड टीम व राजस्थान पुलिस के उत्कृष्ट कार्यो की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुये उन्हें बधाई दी। 

गौरतलब है कि अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना वर्ष 2001 की आरपीएस ऑफिसर है।  जौहर वाली भूमि चित्तौड़गढ़ में पली-बढ़ी सुनीता मीना बचपन से ही मल्टी टेलेन्टेड रही है, 12वीं कक्षा में नेशनल लेवल पर साइंस मॉडल कंपटीशन में जीत हासिल कर चित्तौड़गढ़ का नाम रोशन किया। वही बीएससी में कॉलेज में प्रथम स्थान हासिल कर परिवार का नाम रोशन किया। इसके अलावा ये जिमनास्टिक की प्लेयर भी रही। जयपुर में आकर इन्होने हिस्ट्री में एमए किया। फिर नेट क्लियर किया, फिर एमबीए किया। उसी दौरान राजस्थान यूनिवर्सिटी की जनरल सेक्रेटरी का निर्दलीय चुनाव लड़कर भारी मतों से जीत हासिल की। एमबीए के बाद इन्होने कोठारी ग्रुप में मैनेजमेंट ऑफिसर के पद पर ज्वाइन किया। लेकिन सुनीता मीना को प्रशासनिक सेवा में रुचि थी । वें रात दिन मेहनत कर 2001 में आरपीएस ऑफिसर बनी। करीब 21 साल की पुलिस सेवा में इन्होंने लगातार नए कीर्तिमान स्थापित किए।महिला सुरक्षा, स्मार्ट पुलिसिंग एवं नवाचार के लिए इन्हें जाना जाता है।
सुनीता मीना की प्रथम पोस्टिंग एंटी करप्शन जयपुर हुई। राजगढ़, अलवर, आमेर, वैशाली नगर, गांधी नगर में सीओ पद पर फील्ड में रहकर अपनी विशेष पहचान बनाने वाली सुनीता ने कई ब्लाइंड मर्डर खोलें, डकेतो को पकड़ा, तस्करों पर जमकर कार्रवाई की, चोरों पर नकेल कसी, साइबर क्राइम एवं कंप्यूटराइजेशन के क्षेत्र में विशिष्ट कार्य किया। जिस भी पद पर रही वहां पर कुछ नवाचार किया। एडिशनल एसपी इंटेलिजेंस ट्रेनिंग अकैडमी में रह कर इन्होंने बम डिस्पोजल ट्रेनिंग जो केवल मानेसर में होती थी को अपने विशेष प्रयासों से जयपुर में करवाया। साथ ही राजस्थान पुलिस के कई पुलिस कर्मचारी अधिकारियों को इसमें दक्ष करवाया। राजस्थान पुलिस की आईटीए की बिल्डिंग का निर्माण भी इनकी देखरेख में हुआ जो इंडिया में पुलिस की बेस्ट बिल्डिंग में काउंट होती है। वर्तमान में पुलिस आयुक्तालय जयपुर में अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त के पद पर कार्यरत है। पद की जिम्मेदारी सम्भालते हुए इन्होंने 211 महिला पुलिस कर्मियों की एक टीम तैयार की, जिसे स्पेशल ट्रेनिंग दिलाकर कमांडो की तरह तैयार किया और नाम रखा निर्भया स्क्वाड। पुलिस सायरन के साथ मोटर साइकिल पर चलती हुई नीली वर्दी की यह पुलिस कमांडो मनचलों के खिलाफ कार्रवाई करती है। महिला सुरक्षा के लिए व कानून की जागरूकता के लिए काम करती है । 24 सितंबर 2019 को इसका गठन हुआ कोरोना में बहुत बेहतरीन काम किया। नोडल अधिकारी सुनीता मीना के नेतृत्व में निर्भया ने 4000 गर्भवती महिलाओं का सर्वे किया मदद दिलाई, 24000 एकल बुजुर्गों को संबल योजना के तहत गोद लिया। 

4000 सुरक्षा सखियां बनाई, 17000 बालिकाओं को निशुल्क आत्मरक्षा प्रशिक्षण दिलवाया, 7000 मनचलों के खिलाफ कार्रवाई कर सलाखों के पीछे पहुंचाया, 500000 महिलाओं को कानून की जानकारी देकर उन तक अपनी पहुंच बनाई।पुलिस व जनता की बीच की दूरी को कम करने के लिये ऐसे सराहनीय कार्य के लिए पुलिस के उच्च अधिकारियों के द्वारा उन्हे कई प्रशंसा पत्र प्राप्त हुए। सुनीता मीना ऐसी दिलेर, जांबाज़ उत्कृष्ट पुलिस ऑफिसर जिन्होंने पुलिस की नौकरी को नौकरी ना समझ कर सेवा के रूप कार्य किया। हर महिला के लिए महिला सशक्तिकरण का एक प्रतीक बनी। इन्होंने पुलिस सेवा में अपना ब्रांड बनाया और नवाचार एवं स्मार्ट पुलिसिंग के लिए राष्ट्रीय पुरस्कार फिक्की अवार्ड से भी  सम्मानित हुई। राज्य स्तर पर महिला आत्मरक्षा प्रशिक्षण के क्षेत्र में श्रेष्ठ कार्य करने हेतु राजस्थान के मुख्यमंत्री द्वारा भी पुरस्कृत किया गया है। महानिदेशक कमिश्नर एवं जिला कलेक्टर के द्वारा भी इन्होंने पुरस्कार प्राप्त किए हैं। सुनिता मीना के इन्ही मल्टी टेलन्टेड कार्यो के लिये राज्यपाल  कलराज मिश्र ने महिला को सशक्त एवं आत्मनिर्भर बनाने के लिए नेशनल बिजनेस एक्सीलेंसी अवार्ड 2022 से भी सम्मानित किया है।अपने छोटे से सफर में इन्होंने कई सारे नेशनल इंटरनेशनल अवार्ड जीते हैं।

Comments