निर्भया स्क्वाड ने बच्चों को शिक्षा व अधिकारो के लिये किया जागरूक

हर बालक को उसका अधिकार मिलना जरूरी है..यही देश के  विकास की धुरी है" : सुनीता मीना

बिंदास बोल @ जयपुर  : राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग व निर्भया स्क्वाड पुलिस के तत्वावधान में राज्यस्तरीय बाल अधिकार सप्ताह के तहत शनिवार को अमर जवान ज्योति से स्टेच्यु सर्किल तक बच्चो के लिये "वॉकथॉन" का आयोजन हुआ
 
मुख्य अतिथि आर सी ए अध्यक्ष वैभव गहलोत, राजस्थान राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्ष संगीता बेनिवाल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना ने अमर जवान ज्योति से हरी झंडी दिखाकर वॉकथान को रवाना किया। इसमे करीब 500 स्कूली बच्चों के साथ निर्भया स्क्वाड महिला पुलिस टीम ने बच्चो की शिक्षा व कानूनी अधिकारों के संबंध में स्लोगन लिखी तख्तियां लेकर आमजन को जागरूक किया।
इस अवसर पर निर्भया स्क्वाड की नोडल अधिकारी अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना ने बताया कि जयपुर पुलिस की निर्भया स्क्वाड महिला पुलिस टीम जो लगातार बच्चों एवं महिलाओं की सुरक्षा एवं उनके अधिकारों के प्रति जागरूकता का काम कर रही है। इसी कड़ी में निर्भया टीम ने वॉकथॉन के दौरान अमर जवान ज्योति पर मनोरंजक तरीके से बच्चो को उनके अधिकारों के बारे में जागरूक किया। बच्चो को गुड टच बैड टच के बारे में, उनके सुरक्षा के लिए क्या कानून बने हैं, उनके क्या-क्या अधिकार हैं के बारे में विस्तृत जानकारी दी।  साथ ही बच्चो को शिक्षा के लिए प्रेरित करते हुए बाल मजदूरी अभिशाप है को भी समझाया। वही बच्चे भी निर्भया महिला पुलिस की स्पेशल टीम को देखकर बहुत उत्साहित नजर आये। इस मौके पर अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त सुनीता मीना ने संदेश जारी किया कि असामाजिक तत्व को सलाखों के पीछे ले जाना ही हमारा उद्देश्य है। हर बालक-बालिका को उसका अधिकार एवं सुरक्षा मिले इसके लिए हम हमेशा दृढ संकल्पित रहेंगे। सुरक्षा सखियो, आम महिलाओ व स्कूली बच्चो को साथ लेकर इस हेतु विशेष प्रयास करेंगे। उन्होने स्कूली बालिकाओ को सम्बोधित करते हुए कहा कि जब तक बालिकाए व महिलाए अपने पिता, भाई या पति से मांगने की स्थिति में या उन पर निर्भर  रहेगी तब तक समाज में उनके शोषण होने की गुंजाइश बनी रहेगी। लेकिन जब वो आत्मनिर्भर बनेगी तो उनका शोषण कभी नही हो सकता है। इसलिए बालिकाओ को शिक्षित होना जरूरी है। साथ ही अपने अधिकारो के लिये सजग होना जरूरी है। स्वयं की सुरक्षा के लिये आत्मरक्षा का प्रशिक्षण लेना भी जरूरी है। उन्होने बच्चो को स्कूली शिक्षा प्राप्त करने के लिये भी प्रेरित किया।

Comments