ज्ञानविहार यूनिवर्सिटी में "नृत्यम" की आकर्षण प्रस्तुति

ऑडिटोरियम में तालियो की गूँज के बीच अभिभावक अपने बच्चों को आकर्षक रंग बिरंगी वेशभूषा में देखकर फूले नहीं समा रहे थे । मौका था शनिवर को ज्ञानविहार यूनिवर्सिटी के सभागार में आयोजित ज्ञान विहार स्कूल के एनुअल फंक्शन का । जिसमें 600 बच्चों ने भाग लेकर नृत्यकला और मंचन का समावेश कर "नृत्यम" प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे ज्ञानविहार यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष सुनील शर्मा जी, विशिष्ट अतिथि चीफ मेंटोर डॉ सुधांशु व डायरेक्टर कनिष्क शर्मा तथा मुख्य अतिथि ख्यातनाम कत्थक नृत्यांगना प्रेरणा श्रीमाली तथा प्रिंसिपल राकेश उपाध्याय ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।कार्यक्रम का आकर्षण का केंद्र "नृत्यम" सांस्कृतिक कार्यक्रम रहा, जिसमें प्राचीन काल से अब तक के नृत्य की यात्रा को देश-विदेश के नृत्य के द्वारा बखूबी दिखाई गई।

मुख्य अतिथि कत्थक नृत्यांगना प्रेरणा श्रीमाली नृत्यम की भूरी-भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि ज्ञान विहार के होनहार 600 बच्चों ने इस कार्यक्रम में एक साथ भाग ले कर नृत्यकला के विभिन्न रूपों को पुनर्जीवित कर दिया।दैविक काल से चले आ रहे कत्थक, भरतनाट्यम, भरतनाट्यम जैसे सांस्कृतिक नृत्य तथा विदेशी सभ्यता के कुछ डांस जैसे ड्रैगन, हिप हॉप डांस जो हमारी आज के कल्चर में रंग जमा चुके हैं, का इतिहास  बखूबी नृत्यम के विविध रूपों के माध्यम से उजागर किया गया। 100 विद्यार्थियों द्वारा आकर्षक वृंदवादन प्रस्तुत किया गया।

"सफल व्यक्ति वही है जो सौ बार हार कर भी अपनी हार से सीखने की चाह रखता है"अध्यक्ष सुनील शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा बच्चों में घर से ही संस्कार डेवलप करना चाहिए कि वह अपने घर के बड़ो के प्रति संवेदनशील बने व सभी विद्यार्थियों से कहा कि सबसे पहले वे अच्छे मानव बने।

चीफ मेंटोर डॉ सुधांशु ने कहा कि माता-पिता को अपने बच्चों के साथ समय बिताना चाहिए और उनके ऊपर अपनी  इच्छा ना थोप कर बच्चों से पूछना चाहिए कि वह क्या  बनना चाहते हैं क्योंकि आज के समय में क्वालिटी आफ एजुकेशन जहां बढ़ती जा रही है वहां बच्चों का मेंटली प्रेशर बढ़ता जा रहा है। ऐसे में मां-बाप बच्चों के साथ तालमेल बनाए रखें।

"पढ़ाई सफलता पाने का एकमात्र स्रोत नहीं है" डायरेक्टर कनिष्क शर्मा ने अपने वक्तव्य में कहा कि शिक्षा मनुष्य को आत्मोन्मुखी के बजाय समाजोन्मुखी बनाती है और ज्ञान विहार स्कूल अपने विद्यार्थियों को इस दिशा में अग्रणी बनाता है। साथ ही उन्होंने कहा कि इंजीनियरिंग एवं डॉक्टरी के अलावा भी जीवन है। ज्ञान विहार में CLAT एवं CUET की क्लासेस JEE एवं NEET के साथ उपलब्ध है, प्रिंसिपल राकेश उपाध्याय ने विद्यालय का वार्षिक प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। मीडिया कोऑर्डिनेटर रेनू शब्दमुखर ने बताया कि केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की 2022-23 के बोर्ड क्लास दसवीं व 12वीं के टॉपर्स विद्यार्थियों को,प्रतियोगी परीक्षा में उच्च उपलब्धि हासिल करने वाले 12वीं पास विद्यार्थियों को भी सम्मानित करने के साथ ही विद्यालय की विभिन्न गतिविधियों में उत्कृष्ट रहे बच्चों को भी पुरस्कृत किया गया। विद्यालय की ओर से स्कॉलर ब्लेजर देवांश सोनी ,स्पोर्ट्स ब्लेजर लक्षिता शुक्ला

प्रिंसिपल ब्लेजर दिशा थावानी को दे कर अभिनंदन किया गया।अंत में हेड गर्ल  प्रार्थना कुमारी ने आभार प्रकट किया।

Comments